अंधविश्वास
कुछ साल पहले एक फिल्म आई थी PK ,उस पर बहुत बवाल मचाया गया था क्योंकि उसमे दिखाया गया था के लोग किस हद तक अंधविश्वास में डूबे हुए है ।निजी तौर पर, मैंने भी बहुत से कर्मकांड को देखा और सुना है । एक होता है आँख मूंद कर विश्वास करना जो इंसान पर किया जा सकता है लेकिन अंधविश्वास तो बेवजह ही हमारी जिंदगी का हिस्सा बने हुए है ।
Source-Pravakta.com |
कुछ लोग इन्हे अपनी कमाई का जरिया बनाए हुए है । गौरतलब है कि अन्य धर्म भी अंधविश्वास का शिकार हो गए है, लेकिन अब इसका यह अर्थ तो नही कि हम हमारे जीवन को इनके इशारे पर चलने दे।
अंधविश्वासी लोग अपने आस-पास घटित होती हर चीज को किसी ना किसी तरह बुरे साये या टोटको मे उलझाए हुए रहते है । इनकी एक लंबी चौड़ी सूची बनाई जा सकती है ( मंगलवार को बाल और नाखून ना काटो,सूर्य अस्त होने के बाद सफाई मत करो, छींक आने पर घर से बाहर ना निकलो, झाड़-फूंक, साधु की ओषधि से गर्भ धारण और लिंग निर्धारण ...)बहुत से ऐसे ही अनोखे नुस्खे है हमारे ईर्द गिर्द । हम लोगो मे से तकरीबन 70 फीसद जनता इन पर विश्वास (अंधा विश्वास ) करती है । यह सब लोग विज्ञान का इतना घिनौना मजाक उड़ाते है कि वह बर्दाश्त की हदों को भी पार कर जाता है और वे इसका गलत इस्तेमाल भी करते है तब तो कसम से बहुत गुस्सा आ जाता है , लेकिन यहाँ पढ़े लिखे लोग भी अनपढ़ बने हुए रह गए है और अपने द्वारा अर्जित किए हुए ज्ञान को शर्मसार कर रहे है । इन्ही पढ़े लिखे अनपढ़ लोगो ने इनको पनाह दी और पाखंडी लोगो को पनपने का अवसर दिया ।
एक वाकये को आप से साझा करते हुए हँसी छुट रही है कि बनारस में घाट पर कुछ साधु, लोगो को बेवकूफ बनाते है आप यकीन मानिए वे साधु लोगो के स्वर्ग नरक के टिकट बनाते है , वो भी मोटी रकम दक्षिणा मे लेकर और आपके अगले पिछले जन्मो का विवरण करते है । कुछ समय तक विज्ञान ने इनके टोटके के पिछे के रहस्यों को जानने की कोशिश की और खोखली बातों को दुनिया के सामने पेश किया ,लेकिन बदले मे इन पाखंडीयो ने विज्ञान पर सवाल उठाए है । विज्ञान अपनी भूमिका अदा करता रहा है और वह आगे भी हमे राह दिखाता रहेगा । ईश्वर का अस्तित्व है या नही इस बात का जवाब कोई भी व्यक्ति नही दे पाएगा लेकिन इन खोखले अंधविश्वासों को कितनी ही बार झुठलाया जा चुका है ।
जब तक हम लोग बेवकूफ बनते रहेगें लोग इन कामों को अंजाम दिया करेंगे, हमारे आस-पास की जिंदगी मे बहुत से होव्वे है इनको मानना आपकी समझदारी है या गलती यह आपकी सोच और जीवनशैली पर निर्भर करता है ।
.....कमलेश.....
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