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आंखें

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Source-GetDrawings.com आंखें इस कुदरत का सबसे करिश्माई तोहफ़ा है, जिसने हमें दिमाग से आगे और पेट से बड़ी चीजें दिखाई है । आंखें विद्यमान है सर्वस्व हमें ख़ूबसूरत बनाए रखने के लिए, श्रृंगार का एक भी रस नहीं चूका अब तक, चाहे आंखें पलकों के सख़्त पेहरे में क्यूं ना हो । भावनाओं के दोमुखी व्यवहार को आंखों ने कभी नहीं स्वीकारा, आंखें निश्चल दर्पण है हमारी असीम भावनाओं का । तुमने कभी अपनी आंखें नहीं देखी, मैंने सिवाय आंखों के कुछ नहीं देखा ।                                           -- कमलेश

-- नोट्स ::

मुझे छुट्टियां कभी भी अच्छी नहीं लगी, छुट्टियों का मतलब आमतौर पर बच्चों या किसी भी वयस्क के लिए आराम करना या मौज करना होता है । मैं हमेशा से छुट्टियों का मतलब यह समझता आया हू...

किसी खोए हुए घर का

किसी खोए हुए घर का पता ढूंढ रहा है, प्रेम का ख़त कबसे ज़िन्दगी ढूंढ रहा है । मेरी पगतली में चुभा हुआ एक कांटा, दिल तक आने का मौका ढूंढ रहा है । मेरे सिर पर बना था एक घाव कल, जो आज अप...

कहानी ( सामान्य से शून्य )

सुबह के चार बजे शशांक बिस्तर से निकलकर छत पर जाकर टहलने लगा, वह शायद किसी सपने से जाग गया था ऐसा उसकी आँखों को देखने पर अनुमान लगाया जा सकता था | पूरी रात बिस्तर पर माहौल से अनभि...