-- नोट्स ::

- मैं उम्र भर तुम्हारा इंतज़ार कर सकता हूं ।
- उसकी कोई ज़रूरत नहीं है ।
- मैंने कोई वादा तो नहीं किया तुमसे ।
- मुझे कोई वादा चाहिए भी नहीं ।
वादा इंतज़ार से कोई सरोकार नहीं रखता, इंतज़ार करना किसी के वादे के साथ प्लेटफॉर्म पर खड़े रहकर किसी लेट चल रही ट्रेन के आने की उम्मीद में रहने जैसा है । इश्क़ में किसी वादे के लिए जगह नहीं होती, इश्क़ कर जाना अपने आप में ही सफलता होती है यहां किसी असफलता के लिए कोई स्थान नहीं बचता । वादे इश्क़ को कभी मुकम्मल नहीं होने देते, मैंने उससे कोई वादा नहीं किया और उसने कभी चाहा भी नहीं । इंतज़ार को उम्र भर साथ लेकर चलना किसी पेड़ के पास धूप में खड़े रहने जैसा है जिसे मैं कर सकता हूं, लेकिन वह नहीं चाहती कि मैं एक छायादार पेड़ के पास धूप में अपनी पूरी ज़िन्दगी गुज़ार दूं ।
                                                        - कमलेश

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