मेरे तीसरे से पहले

आंखों की थकी पलकों पर
सपनों की चिता सुलगने से पहले,
उन्हें अपने बच्चों के रंगीन कपड़ों पर
टांक देना पूरी नज़ाकत से,
जिससे उसकी ख़ुशी वे ढूंढ सकें।

होंठो पर आई प्यास के कारण
कोई मुफ़लिस खप जाए उससे पहले,
कुछ पेड़ों को रहने देना घर के पास
जो पहुंचा सके तुम्हारा संदेश,
समय आने पर बादलों के घर।

जिम्मेदारियों का बोझा ढोते हुए
किसी कंधे के थाली में गिरने के पहले,
उसके सिर पर अपने हाथों की छांव
लगा दी 'गर तो थाली महक उठेगी।

हथौड़े की चोट से बिखरते घुटनों पर,
मौत होते घाव के पकने से पहले
बना देना मानवीयता का घेरा,
जो रोक सके उसे यमराज के प्रहार से।

लेकिन इस बारे में,
मैं हमेशा तुम्हें मना ही करूंगा
जब तक उसकी दरकार न हो; कि
मेरी हथेलियों की नरमाहट और
मेरी हड्डियों की गर्म राख,
जिन पर कोई जी भर कर रोएगा;
मत उठाना मेरे तीसरे से पहले।
                                       - कमलेश

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