अधूरी ख्वाहिशें


Source - YouTube. Com

हसरत इक बाकी रह गई है
कोशिश कुछ अधूरी छुट गई है
तुम्हारे करीब आकर रूक गया हूँ
ख्वाहिशें ये अधूरी रह गई है ।
 
होंठो से लगाया है तेरी खुशबु को
सीने में छुपाया है तेरी सुरत को
दिल में छुपा रखे है अरमान मैंने
ख्वाबों के सजाये है आसमान मैंने
तेरी साँसो में घुल कर रूक गया मैं
खुद को मिटाने की कोशिश रह गई है
ख्वाहिशें ये अधूरी रह गई है ।
 
रातों की तन्हाई को दुर किया है
तेरे लिए सभी को गैर किया है
चाहा है तुझको इस कदर डुब के
हो गए है चाँद हम ईद के
तुझमें उतर कर रूक गया मैं
तुझमें खोने की बात रह गई है
ख्वाहिशें ये अधूरी रह गई है ।
                                            
                     ....कमलेश.....

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

गांव और देश का विकास

मुझे पसंद नहीं

सहमति और हम - भावनात्मक जीव